न माया मिली न राम
सामान्य ज्ञान की किताबों और सरकारी वेबसाइटों में प्लास्टिक सिटी के नाम से जाना जाने वाला औरैया जिले का यह दिबियापुर है। इस शहर की 314 एकड़ हरी भरी जमीन जो अब बंजर है, 12 साल से औद्योगिक विकास की राह देख रही है। इस जमीन से सटा हुआ लखनपुर गांव है यहां के लगभग सभी लोगों की जमीन सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना प्लास्टिक सिटी पार्क में चली गई। कुछेक को छोड़कर पूरा गांव भूमिहीन है। उनको एक वक्त तक खुशी थी कि यहां औद्योगिक पार्क का विकास होगा और उनकी जिंदगियां बदल जाएंगी, रोजगार के साधन होंगे और उन्हें काम की तलाश में दूसरे शहरों में प्रवासी नहीं होना पड़ेगा। लेकिन 22 साल बीतने के बाबजूद उनके सपने अभी सफेद हैं।